क्या आप जानते हैं - कटपयादि सांख्य

नमस्कार, इस ब्लॉग में, मैं आपको कुछ ऐसे रोचक तथ्य बताऊंगा जो आप शायद इससे पहले से नहीं जानते होगे। तो, कृपया इसे अंत तक पढ़ें और मुझे यकीन है कि आपको यह पसंद आएगा। तो चलिए शुरू करते हैं :-

जो तथ्य मैं आपको अभी बताने जा रहा हूं वह बहुत ही रोचक है इसे ध्यान से पढ़ें। एक श्लोक है जो भगवान कृष्ण की स्तुति करता है जो इस प्रकार है - 

गोपी भाग्य मधु व्रात:श्रृंगिसो दधिसंधिग

खल जीवित खाताव गल हाला रसंधर

अर्थ - गोपियों का भाग्य, राक्षस मधु का संहारक, गायों के रक्षक, जिसने समंदर की गहराइयों में कदम रखा, दुष्टों का नाश करने वाला, एक कंधे पर हल और अमृत ढोने वाला, कृपया हमारी रक्षा करें

 यह श्लोक न केवल भगवान की स्तुति करता है बल्कि इसका गहरा आंतरिक और वैज्ञानिक अर्थ भी है। संस्कृत में कटपयादि सांख्य सांख्य नामक एक प्रोटोकॉल है जो संस्कृत पाठ को संख्यात्मक कोड में अनुवाद करता है, आइए देखें कि कैसे: - कटापयादि सांख्य प्रोटोकॉल:



क, ट, प, य - 1 

ख, ठ, फ, र- 2 

ग, ड, ब, ल - 3 

घ, ढ, भ, व - 4

ङ, ण, म, श - 5 

च, त, ष - 6 

छ, थ, स - 7 

ज, द, ह - 8 

झ, ध - 9

 ञ, न - 0

इस विधि का प्रयोग करते हुए संस्कृत का एक श्लोक यह कहता है : 

गोपी भाग्य मधुव्रात - 3 1 4 1 5 9 2 6 

श्रृंगिसो दधी संधिग - 5 3 5 8 9 7 9 3 

खल जीवित खाताव - 2 3 8 4 6 2 6 4

गल हाला रसंदर - 3 3 8 3 2 7 9 

अब, जब हम इसे जोड़ते हैं तो हमें - 3.141592653589793238462643383279 मिलता है। 

यह pi(π) का सही मान 30 दशमलव स्थानों तक देता है। 

 पाई के मूल्य को याद रखने का एक तरीका है! 😊

इस पद्धति का प्रयोग कोडिंग के रूप में किया जाता था।

तो है ना कमाल की बात।

धन्यवाद 

Comments

Popular posts from this blog

अब दिल्ली दिखेगी आसमान से, देश का पहला हेलीपोर्ट शुरू

Amazing Music Discovery Application in lite version